Wednesday, August 26, 2009

कल रात

तेरे ख्वाब मुझे सताते रहे कल रात भर।
बीते पल ठंडी हवा के साथ आते जाते रहे कल रात भर।
नमी यो ही नहीं है हवा में आज,में और चाँद आंसू बहाते रहे रात भर।
खुद को महसूस कर रहा था तन्हा बहुत,टिमटिमाते सितारे अपनापन जताते रहे कल रात भर।
तुझे भूल पाना तो था नहीं बस में मेरे,इसलिए हम खुद को खुद से भुलाते रहे कल रात भर.

Tuesday, August 11, 2009

India's talent

भारत विविधताओं का देश और इस देश की मिट्टी में कुछ तो ऐसी बात है कि हस्ती मिटती नही हमारी । टीवी पर जो शो चालु हुआ है इंडिया टलेंट उसके एपिसोड इस बात के गवाह है कि कला किसी भी स्थान पर पनप सकती है जरुरत है तो बस लगन की.मुझे इस शो के क्लिप्स देखते समय जो अनुभूति होती है उसे शब्दों में वर्णित करना तो मुश्किल है हां इतना जरुर कह सकता हु कि कई बार मेरे हाथो के रोए खड़े हो जाते है और अन्दर एक सिरहन सी महसूस होती है. जहा एक और छोटे छोटे बच्चे अपने अपने परफोर्मेंस से आपका मन मोह लेते है वही पर कुछ वरिष्ठ जन भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने में पीछे नही है। ऐसे शो का एक और जो फायदा है वह यह कि संचार क्रांति के माध्यम से यह देशवासियों ही नही वरन समूचे विश्व को भारत कि प्रतिभाओ से परिचित करवा रहा है। मलखम एवं ऐसी अन्य कई विधाए है जो समय के साथ लुप्त हुई जा रही थी। आज के समय जब भारतीय बच्चे भी मनोरंजन के लिए विडियो गेम्स जैसे साधनों पर आश्रीत है। वहा पर यह शो भारतीय विधाओं का प्रचार प्रसार कर भारतीय बच्चो में इन विधाओं के प्रति आकर्षण एवं आदर पोषित कर रहा है। सचमुच कलर्स चैनल वालो का यह सराहनीय प्रयास है।

भारत की प्रतिभाओ को नमन।